गणेश मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना लव सक्सेस
गणेश मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना लव सक्सेस-श्री गणेश भगवन की पूजा बहुत प्राचीन समय से चली आ रही है, पौराणिक समय से भी पहले से। श्री गणेश भगवान शिव जी के पहले पुत्र हैं और पारवती माता के प्यारे हैं। वे कुमार यानी स्कन्द भगवन के बड़े भैया हैं। प्राचीन समय से उनका स्थान पूजा की शुरुआत में होता है क्यूंकि वे विघ्नहर्ता हैं। वे किसी भी बाधा को दूर करते हैं और पूजा की सफलता में उनका योगदान होता है। उनकी दो पत्नियां हैं सिद्धि और रिद्धि।
वे वक्रतुण्ड और बड़े पेट वाले कहे जाते हैं। वे सबसे ज़्यादा महाराष्ट्र पूजे जाते हैं और वहां पर सिद्धिविनायक भी कहे जाते हैं। गणेश जी को कलियुग का देवता कहा गया है और उनकी पूजा से सुख-शांति, धन, वैभव की प्राप्ति होने का फल मिलता है।
अगर आपको लगता है की आपको वशीकरण इसलिए चाहिए क्यूंकि गणेश वशीकरण से आप अपने बच्चे के पढाई में मन नहीं लगने पर मदद चाहते हैं तो फिर आप घर के दरवाज़े पर जाएं और गणेश जी की मूर्ती मुख्य द्वार पर स्थापित करें। स्थापित करते समय आपको यह मंत्र बोलना चाहिए की – “ ज्ञानमुद्रावते नमः विध्यानिहार्य नमह ज्ञानरुपाय नमह “
गणेश मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना लव सक्सेस
दूसरा गणेश वशीकरण मंत्र है की आप गणेश वशीकरण तब ढून्ढ रहे हैं जब आपको या आपके घर में किसी को वर या वधु प्राप्त नहीं हो रही। तब ऐसे में आपको मुख्य द्वार पर विवाह विनायक गणपति की स्थापना करनी चाहिए। इसके लिए, मन्त्रों का जाप करते हुए अगर आप इस गणेश वशीकरण की स्थापना कर देते हैं तो फिर वर या वधु आपको शीघ्र ही मिल जाएगी। स्थापना के लिए जो मंत्र है वह है – “ कलकामदायह नमह कामनीकान्तकार्श्रयह नमः “ यह बोलते हुए आप अगर गणेश भगवन की प्रतिष्ठा कर देते हैं तो आपका काम बन जायेगा।
ऋण मुक्ति के लिए गणेश वशीकरण मंत्र और उपाय भी है। इसमें आप ऐसा करें की यदि आपके ऊपर ऋण चढ़ गया हो और आप उसके उतरने में असमर्थ हों तो आपको पूजा करते वक़्त यह मंत्र बोपलना चाहिए – “ ऋणत्रयह विमोचनायह नमह “ .इस कार्य को संपन्न करने से आपका ऋण धीरे-धीरे दूर होने की नौबत की ओर बढ़ने लगेगा।\
अगर आप क्षत्रु नाश के लिए गणपति की साधना करना चाहते हैं और अपने क्षत्रु को हराकर अपना काम बनाने में मदद चाहते हैं तो इसके लिए भी गणेश वशीकरण मंत्र है। आपको करना यह होगा की रोज़ सुबह उठने के बाद नहा-धो कर सफ़ेद कपडे धारण करने होंगे और पूजा कक्ष में जाकर गणेश जी का बताया जाने वाला मंत्र जपना होगा।
इसके पश्चात मंदिर तक जाएं और मंदिर में पहुँचकर गणेश भगवन की प्रतिमा के दर्शन करें। इससे आपको लाभ होगा और आप अपने क्षत्रुओं से जीत जायेंगे और अपने कार्य में सिद्ध विजय प्राप्त करेंगे। जो मंत्र जपना होगा वह है – “ ॐ गणपतये शत्रुहंतायह नमह “
इस तरह आप अपने पास कुछ ख़ास ऐसे नुस्खे, उपाय और तरकीबें पा गए हैं जिनसे आप गणेश वशीकरण मंत्र का प्रयोग कर के अपने जीवन में से अपूर्णता, दुःख और उदासी हटा पाएंगे।
अगला ऐसा एक और मंत्र है जो धन प्राप्ति के लिए करी जाने वाली गणेश वशीकरण साधना में काम आता है, ऐसा कई बार होता है जब आपके घर में तंगी हो जाती है, आप परेशान हो उठते, व्याकुल मन के साथ यह सोचने लगते हैं की आखिर आशा की किरण है किधर ? आप आर्थिक परेशानियों के चंगुल में फंस जाते हैं।
अगर ऐसा आपके साथ हो रहा है तो आपको घबराने की कोई ज़रुरत नहीं है – केवल धन प्राप्ति के लिए की जाने वाली गणपति की साधना करें। इसमें आप चतुर्दशी के दिन धनदायक गणपति की स्थापना करें, उस दिन से गणपति व्रत रखना शुरू कर दें और धन की वृद्धि के लिए बताये इस मंत्र का जप जरूर करें, आपको आसानी से काम में सफलता मिलेगी –
“ सिद्ध लक्ष्मी मनोहरह प्राययह नमह मणिकुण्डलमंडितायह नमह श्रीपतये नमह “
गणेश मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना लव सक्सेस
अगला गणपति वशीकरण मंत्र रोग निवारण के लिए है, आप और मेरे, सबके साथ ऐसे मुश्किल समय आते हैं जब आप बीमार पड़ जाते हैं, आप पाते हैं की आपके घर में कोई परेशानी वाली बीमारी से ग्रस्त है जिसमें समय और पैसे का काफी खर्चा लगता है। ऐसे में क्या करना सही रहेगा ? क्या करें जिससे आपका कार्य सफलता पूर्वक हो जाये, आप अपने आप अपने रस्ते के रोड़े को हटा दें और दिक्कत भी नहीं आये?
तरीक़ा है रोग नाश के गणपति की साधना की। इसमें आप रोज़ सवेरे उठने के बाद नहा-धो लें और फिर साफ़-सुथरे कपडे पहन लें, अब आप पूजा कक्ष में जाएं और महा मृत्युंजय मंत्र का पाठ करें, आपका काम ज़रूर संपन्न होगा और आप अपने आप में एक नयी स्फूर्ति भी पाएंगे।
इसके बाद जो साधना आती है वह है संतान प्राप्ति के लिए की जाने वाली गणपति वशीकरण मंत्र साधना। कई बार ऐसा होता है की शादी की खुशाली के बाद घर में मायूसी अपना घर बना लेती है, बच्चे की किलकारी के बजाय घर में पति-पत्नी ही की आवाज़ें आती हैं, कई बार कटाक्षता से भरी हुए।
हम आपको एक ऐसा तरीक़ा बताएँगे जिससे आप अपने इस खोयी हुई ज़िन्दगी में वापस मिठास और खुशाली ले आ पाएंगे आपको बस हमारे द्वारा बताये हुए काम को करना होगा और ध्यान पूर्वक, बिना गलती के विधि को निभाना होगा। आपको रोज़ सवेरे नहाना चाहिए और फिर साफ़ कपडे पहन कर पूजा कक्ष में जाना चाहिए, वहां पे श्री गणेश भगवन की शरण में जाना चाहिए और कहना चाहिए की हे भगवन! मेरी मदद करो! और १०८ बार इस मंत्र को बोलना चाहिए – “ गर्भदोषहयो नमह संतान गंतत्ये नमः “ आपका काम धीरे-धीरे सिद्ध होने लगेगा।
आखरी गणपति वशीकरण साधना है जब आप कोर्ट कचेहरी में उलझ गए हों और आपको इन सब टेंशनों से मुक्ति चाहिए हो। तब आप श्री गणपति भगवन को याद करें, उनसे मदद मांगें, कहें के हे भगवन मैं आपका सेवक और भक्त हूँ, मेरी मदद करें। भक्ति रास में लीन हो जाएं। नित्य-रुप से स्नान और साफ़ कपडे धारण करने के पश्चात १०८ बार बताये हुए मंत्र का जप करें और अपनी तक़दीर को बदलता हुआ पाएं। मंत्र है – “ विजयह स्थिरायह नमह “
इस तरह हमने आपके समक्ष न न प्रकार के उपाय रखे हैं, आप पाएंगे की ये आपके काम आएंगे और आप इनके लाभ से अपना कार्य सिद्ध कर पाएंगे। किसी भी संदेह पर किसी अच्छे ज्योतिषी या तांत्रिक से परामर्श करें, ताकि कोई भूल-चूक न हो जाये।