दुश्मन को वश में करने का उपाय
दुश्मन को वश में करने का उपाय, “मेरा तो कोई शत्रु नहीं है”। आप क्या कोई भी इस बात को गारंटी के साथ नहीं कह सकता कि मेरा कोई शत्रु नहीं है क्योंकि दुनिया में हर इंसान का शत्रु होता है। फर्क सिर्फ इतना होता है कि कुछ लोग अपने शत्रु को जानते हैं और कुछ लोग अपने शत्रु को नहीं पहचानते हैं। दुनिया में वह इंसान ही जीवन के जंग को जीत पाता है जो अपने शत्रु से जीत पाता है एवं अपनी रक्षा भी कर पाता है।
यह शत्रु कौन होता है? कहां बनते हैं यह शत्रु? इस विषय में हम आपको इतना बता दें कि शत्रु एकाएक उत्पन्न होते हैं। ये शत्रु आपके घर के लोग भी हो सकते हैं, आपके मित्र हो सकते हैं, आपके पड़ोसी हो सकते हैं या फिर आपके कर्म क्षेत्र में काम करने वाले आपके कलिग्स या फिर कोई ऐसा जो आपको कभी भी खुश नहीं देखना चाहता है और आपके लिए दिन-रात बुरा सोचता है।
ये शत्रु वह लोग होते हैं जो खुद तो कभी कुछ करते नहीं मगर औरों के जीवन में दखल देना, बाधा देना इनकी आदत सी होती है। इसलिए अगर आपके आसपास अगर ऐसे कोई भी व्यक्ति रहते हैं तो सर्वप्रथम आपको उनकी संगति को त्याग देना होगा क्योंकि अगर आप उनकी संगति त्याग नहीं देंगे तो आप इतने तकलीफ से जूझेंगे जिसके संपर्क में आपने शायद कल्पना भी नहीं किया होगा।
अगर आप ऐसा नहीं कर पा रहे तो कोई बात नहीं क्योंकि हम आपको आज शत्रु को वश में कैसे करेंगे इस उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं। जिन उपायों को करके आप जीवन में बहुत खुश रहेंगे और आपके शत्रु चाहकर भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे क्योंकि आपके शत्रु आपके वश में होंगे। इसलिए आप हमारे लेख को बस ध्यान से पढ़िए एवं इन उपायों को प्रैक्टिकल तरीके से करके भी देखिए बेहतर परिणाम पाने के लिए एवं शत्रु का दमन करने के लिए।
आपने अक्सर टेलीविजन पर देखा होगा एवं सूना भी होगा कि नींबू का प्रयोग अक्सर जादू-टोने के लिए या फिर किसी टोटके को करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। मगर हम आपको बता दें जादू-टोने का साइड इफेक्ट बहुत ख़तरनाक होता है यदि आप किसी को गलत उद्देश्य से तकलीफ देने के लिए अगर जादू- टोना करेंगे तो आप सफल नहीं होंगे दूसरा आप खुद दुष्प्रभाव से पीड़ित होंगे इसलिए इन सब चक्कर में न पड़े।
हम आपको शत्रु को वश करने के उपाय के बारे में बताएंगे उपाय को जानने से पहले आप एक बात को गांठ बांध लें कि वशीकरण और जादू-टोने में जमीन आसमान का फर्क है। वशीकरण यानी कंट्रोल करना किसी को वश करना खराब नहीं होता और वशीकरण का मकसद भी किसी को चोट पहुंचाना नहीं होता। इस बात को आप जान लिजिए।
उपाय:-
यदि आपके घर के आसपास मां काली का मंदिर है तो उस मंदिर में आप शनिवार के दिन स्नान करके साफ़ कपड़े पहनकर जाइएगा। उस मंदिर में आपको दो नींबू अपने साथ लेकर जाना है और मंदिर प्रांगण के किसी शांत परिवेश में आपको दो नींबू में से एक में अपना नाम और दूसरे नींबू में उस व्यक्ति का नाम लिखना है जिसको आप वश करना चाहते हैं।
उसके बाद आपको एक सफेद पन्ने पर २१ बार उस शत्रु का नाम लिखना है आपको जिसको आप वशीभूत करना चाहते हैं। नाम लिखने के बाद आपको २१ बार इस मंत्र का:- “ज्ञानी न मपि चेतांसि देवी भगवती हिंसा ग्रहा बलादा कृष्य मोहाय महामाया परयकस्टी ” का जाप करके नींबू को उस पन्ने पर रखे जिस पन्ने पर आपने अपने शत्रु का नाम लिखा था।
फिर आपको एक नींबू को काटना होगा जिसपर आपके शत्रु का नाम लिखा है और उस नींबू के रस को आपको पीना है। अगले दिन सुबह आपको आपको नाम लिखे हुए पन्ने के साथ दूसरे नींबू को बहते हुए पानी में बहा देना है। ऐसा करने के बाद आपका शत्रु अपने आप कमजोर हो जाएगा और कमजोरी के कारण वह आपसे शत्रुता नहीं कर पाएगा।
इस मंत्र में इतनी शक्ति है कि वह आपके शत्रु को मित्र बनाने सकता है और हां, आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि यह वश करने का उपाय एवं उपाय मंत्र को आपको मात्र शनिवार को ही करना है आप अन्य किसी भी दिन यह उपाय नहीं कर पाएंगे क्योंकि अन्य किसी दिन यह उपाय करने से आपको लाभ सिद्ध नहीं होगा।
दूसरी बात आप जब भी यह उपाय करेंगे तब आपके आसपास कोई नहीं होना चाहिए इस बात का आपको ध्यान रखना होगा। तीसरी बात आपको पीली नींबू का ही प्रयोग करना है वशीकरण के लिए। चौथी बात मंत्र का उच्चारण स्पष्ट एवं शुद्ध हो इस बात का आप अवश्य ध्यान रखिएगा।
वैसे तो आप अपने दुश्मन से मित्रता करके भी मुक्ति पा सकते हैं परंतु फिर भी अगर दाल न गले और पानी सर के ऊपर से बढ़ जाएं तब आपको नींबू एवं नारियल जैसे चीज़ों से वशीकरण करने का उपाय करना चाहिए।
यदि आपके परेशानियों की वजह आपका कोई शत्रु है तो आप चिंतित न हो क्योंकि चिंता एक पिशाच की तरह होता है जो पीछा नहीं छोड़ता है आसानी से मगर आपको प्रयास करना है कि आप चिंता एवं बाधा से मुक्ति पा सकें। आप शौचालय में जब प्रवेश करेंगे उस वक्त अपने शत्रु का नाम बाथरूम के बाल्टी में मौजूद पानी से दिवाल पर या फिर जमीन पर अपने शत्रु का नाम लिखें और जब आप बाहर निकलेंगे उस वक्त आपको अपने बाएं पैर से अपने शत्रु के नाम पर आपको ठोकर मारना है लगातार ०३ बार इस प्रक्रिया को रोजाना करने से आपका शत्रु आपके वश में हो जाएगा और आप अपने जीवन के परेशानियों से मुक्ति पा जाएंगे।
यदि आपकी श्रद्धा महावीर हनुमान जी पर है तो आप हनुमानजी के मंदिर में हर शनिवार या मंगलवार जा सकते हैं और मंदिर के प्रांगण में ही सुंदर काण्ड का पाठ कर सकते हैं और हनुमान जी को प्रसाद के रूप में चढ़ाने के लिए गुड़ एवं कच्चे चने का भोग लगा सकते हैं जिसको पाठ के समाप्त करने के बाद आप गरीब दिन दुखियारों में वितरित कर सकते हैं ऐसा करने से भी आपका शत्रु वशीभूत हो जाता है।